श्री राम शलाका प्रश्नावली

चौपाई : लखि सुबेष जग बंचक जेऊ। बेष प्रताप पूजिअहिं तेऊ॥

अर्थ: यह चौपाई अरण्यकाण्ड में शूर्पणखा प्रसंग में आती है। अर्थ यह है कि बाहरी दिखावे से धोखा हो सकता है। सतर्क रहें। कार्य में धोखा या भ्रम की संभावना है।